
नई दिल्ली । इंटरनेट पर कई सारे इस्लामिक मौलाना की वीडियो वायरल होती है जिसमें वह बताते हैं कि कुरान में हिंदूओं के लिए क्या लिखा है? एक फेमस इस्लामी मौलाना जाकिर नायक का एक वीडियो को इतना पहले इंटरनेट पर वायरल हो रहा था । इस वीडियो में जाकिर नायक जी के द्वारा बताया गया था कि जो लोग इस्लाम धर्म को नहीं मानते हैं ऐसे लोगों को कुरान में ‘काफिर’ कहां गया है। इस शब्द का शाब्दिक अर्थ होता है कि जो लोग इस्लाम धर्म को नहीं मानते हैं उन लोगों को काफिर कहा जाता है. क्या वाकई में काफी होते हैं हिंदू?
कुरान में हिंदूओं के लिए क्या लिखा है ?
वैसे तो इस्लाम धर्म की किताब में हिंदुओं के बारे में जिक्र नहीं किया गया है बल्कि ऐसा कहा गया है कि जो लोग इस्लाम धर्म को नहीं मानते हैं अर्थात गैर इस्लामिक लोगों को कुरान में काफिर कहा गया है. जो लोग इस्लाम स्वीकार नहीं करते हैं तो ऐसे लोगों को जबरदस्ती इस्लाम स्वीकार करवाने की इजाजत भी मुसलमान लोगों को कुरान ही देता है। इस प्रकार के विवादित बयान भी अक्सर सोशल मीडिया पर वायरल होते रहते हैं।

कई बार तो मुसलमान लड़की नाजिया खान जो सोशल मीडिया पर अभी काफी ज्यादा वायरल है। क्योंकि यह सनातन धर्म के प्रति उनकी आस्था और लगन को देखते हुए कुछ इस्लामी कट्टरपंथी लोगों के द्वारा नाजिया खान को तरह-तरह की बातें कही जाती है। इसी वजह से कई बार अपने बयानों में कहा है कि मैं ऐसे धर्म को क्यों स्वीकार करूं जहां पर दूसरे धर्म और पंथ के लोगों से नफरत सिखाई गई है। इसके अलावा कुरान में बाकी सभी बात अच्छी लिखी हुई है जो लोग मुसलमान होते हैं। उन्हें अपने मजहब की इस किताब को पढ़ना कंपलसरी होता है।
क्या है कुरान का मूल सिद्धांत ?
भारत ही नहीं बल्कि दुनिया भर के कई सारे देश कुरान पर चलते हैं लेकिन क्या कुरान में लिखा गया है? इसके बारे में आपको पता है. तो बता दे की पूरी कुरान जो इस्लामी किताब है इसके अंतर्गत कुछ गलत नहीं लिखा गया है बल्कि यह एक ईश्वर सिद्धांत को फॉलो करते हैं. अर्थात इस पूरी सृष्टि को चलाने वाला अल्लाह है । अल्लाह के अलावा कोई और नहीं है। यही बात अन्य धर्म के लोगों को बुरा लगती है। क्योंकि सनातन धर्म में 33 कोटी देवी देवताओं की बात कही गई है।
लेकिन वेदों की बात करें तो वेदों में ब्रह्म एक ही बताया गया है। तो इस पूरे संसार को चलना है। बाकी सब देवी देवता और ब्रह्म के अवतार कहे जाते हैं जैसे कि कृष्ण विष्णु भगवान के अवतार होते हैं और हनुमान जी को भगवान शिव का अवतार बताया गया है। जबकि कुरान में केवल अल्लाह ही सब कुछ है। अल्लाह ऐसे लोगों को पसंद करता है जो दूसरे लोगों की मदद करते हैं और अगर आप किसी समस्या से पीते हैं तो ऐसी स्थिति में आप लोग अल्लाह की याद करना चाहिए ना कि किसी इंसान की।
क्या होता है काफिर शब्द का मतलब?
काफिर आज के समय सोशल मीडिया से लेकर इंटरनेट पर वायरल हो रहा है क्योंकि कई सारे मौलाना इस शब्द का जिक्र करते रहते हैं. इस शब्द से तात्पर्य यह है कि जो इंसान इस्लाम को नहीं मानता है. वह सभी काफिर होते हैं. अर्थात अन्य धर्म के लोगों को काफिर कहा जाता है। अर्थात जो अपने ईमान से लटका हुआ है ऐसे लोगों को काफिर शब्द लिखा गया है। इसके अंतर्गत हिंदू, सिख और इसाई तथा अन्य सभी धर्म/पंथो के लोग आ जाते हैं। जो इस्लाम को फॉलो नहीं करते हैं।
डिस्क्लेमर: यहां पर मुहैया कराई गई जानकारी इंटरनेट के माध्यम से और कुछ मौलानाओं के द्वारा वीडियो में बताई गई जानकारी के अनुसार बताई गई है। किसी भी धर्म/जाति और पंथ के प्रति नफरत फैलाना हमारा उद्देश्य नहीं है यह केवल जानकारी देने के उद्देश्य से लेकर गया है किसी भी बात पर अमल करने से पहले इसकी पुष्टि अवश्य कर लें। अगर संभव हो पाया तो हम जाकर नायक जी जो अक्सर इस प्रकार की वीडियो बनाते रहते हैं, उनका वीडियो भी आपकी पुष्टि के लिए यहां पर दे देंगे।

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