नई दिल्ली । मध्य प्रदेश वेदर अपडेट की बात करें तो 4 – 5 फरवरी (Weather Tomorrow 4 Feb 2024) के बीच मध्य प्रदेश में घना कोहरा छाया रहने का अलर्ट जारी किया गया है। क्योंकि नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की वजह से उत्तर की कई राज्यों में मौसम परिवर्तन हो रहा है दिल्ली में सुबह-शाम घने कोहरा छाया रह रहा है जिसकी वजह से सर्दी में भी काफी ज्यादा बढ़ोतरी हो रही है। पूरा दिल्ली सफेद चादर की लपेट चुका है उत्तर भारत में पश्चिम विश्व का असर दिख रहा है।
Weather Tomorrow 4 Feb 2024
अगर आज के मौसम 4 फरवरी 2024 (Weather Tomorrow 4 Feb 2024) की बात करें तो Weather.com अनुसार 4 फरवरी को मौसम तो साफ रहने वाला है. दोपहर के समय पूरे मध्य प्रदेश में धूप निकलने वाली है। इसके अलावा अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस हो सकता है और न्यूनतम तापमान रात के समय सो रहा है डिग्री सेल्सियस पहुंचने का अनुमान है 10 से 15 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चलने वाली है ।
और दोपहर के समय 15 से 25 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चलेगी इसके अलावा 48% आद्रता के साथ सुबह शाम घना कोहरा भी छाए रहने वाला है। इसके प्रभाव में कड़कने वाली ठंड पड़ने वाली है । 7 फरवरी तक मौसम तो साफ रहेगा लेकिन इसके बाद 8 फरवरी को दोपहर के समय आंशिक रूप से बादल छाए रहने वाले हैं। आने वाले दिनों में भी मौसम में इसी प्रकार का क्रम बना रहेगा कि एक दिन मौसम साफ रहेगा अगले दिन दोपहर के समय बादल छाए रहेंगे।
एमपी के इन जिलों में छाया रहेगा घना कोहरा
मौसम विभाग की भविष्यवाणी के अनुसार मध्य प्रदेश का मौसम सबसे बड़ा रहने वाला है इसके अलावा बताने की चंबल संभाग के जिलों में भी घना कोहरा छाए रहने वाला है. निवाड़ी टीकमगढ़ छतरपुर ग्वालियर दतिया में सुबह शाम कड़ाके की ठंड पड़ने के साथ-साथ दोपहर के समय मौसम सामान्य रहता है 15 फरवरी के बाद मौसम में बड़ा बदलाव होने वाला है। अतः ठंड जारी रहने का भी अनुमान है। क्योंकि नया वेदर डिस्टरबेंस एक्टिव होने की वजह से इसका प्रभाव देखने को मिलेगा।
5 फरवरी के बाद भी पड़ेगी कड़ाके की ठंड
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार पाकिस्तान के आसपास एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो चुका है इसके प्रभाव में हवाएं उत्तर भारत की तरफ लगातार बढ़ रही है. दिल्ली में भी इसका प्रभाव देखने के लिए मिल रहा है इसके अलावा 6 से 7 फरवरी के बाद भी तापमान गिरावट की वजह से और ठंड बढ़ने का अनुमान है। मध्य प्रदेश के कई सारे शहरों में शीतलहर का प्रभाव भी आने वाले दिनों में एक बार फिर से देखने के लिए मिल सकता है।