गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई के द्वारा अपने ऑफिशियल टि्वटर हैंडल पर यह घोषणा की गई है कि दिल्ली एनसीआर में भूकंप आने से पहले उनकी जानकारी इस बात की मिल चुकी थी | दरअसल यह एक टेक्नोलॉजी की वजह से संभव हो पाया है | इसकी जानकारी गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने खुद दी है |
हम सब लोग जानते हैं कि 9 नवंबर 2022 को रात के करीब 2:00 बजे के समय दिल्ली-एनसीआर और भारत के कई सारे क्षेत्रों में भूकंप के झटके महसूस किए गए | इस भूकंप के संकेत पहले ही गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई को एक टेक्नोलॉजी के माध्यम से मिल चुके थे | यह सब जानकारी सुंदर पिचाई ने अपने ऑफिशियल टि्वटर हैंडल पर बताई है|
सुंदर पिचाई को पहले से मिल चुके थे भूकंप आने के संकेत
हम सभी लोग जानते हैं कि 9 नवंबर 2022 को भारत में दिल्ली क्षेत्रों में भूकंप के झटके महसूस किए गए | रिक्टर पैमाने पर इन भूकंप की तीव्रता 6.3 के आसपास महसूस की गई थी | तथा नेपाल के अन्य क्षेत्रों में इस भूकंप की वजह से जनहानि की सूचना मिली थी |
अतः दिल्ली एनसीआर में अन्य क्षेत्रों में आने वाले भूकंप की जानकारी गूगल के सीईओ भारतीय मूल के सुंदर पिचाई को पहले से मिल चुकी थी | सुंदर पिचाई नहीं अपने ऑफिशियल टि्वटर हैंडल पर इस बात की जानकारी शेयर की है | यह सब एक लेटेस्ट टेक्नोलॉजी की वजह से संभव हो पाया है |
ShakeAlert App की वजह से हुआ संभव
दरअसल हम सभी लोग जानते हैं कि कल भारत के अलावा कई सारे देशों प्रताप मुख्यतः दिल्ली एनसीआर में काफी तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए | सुंदर पिचाई ने बताया कि इन भूकंप झटको के संकेत उन्हें अपने मोबाइल एप्लीकेशन पर मिल चुके थे | दरअसल इस मोबाइल एप्लीकेशन का नाम है- ShakeAlert App |
2013 में शुरू किया था इस ऐप पर काम
जानकारी के मुताबिक गूगल के द्वारा डेवलप किया गया यह ShakeAlert App पर काम साल 2013 में शुरू किया जा चुका था | अतः इस टेक्नोलॉजी का सबसे पहली बार एक्सपेरिमेंट साल 2019 में किया गया था | जिसके बाप गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने कल दिल्ली एनसीआर सता भारत के अन्य हिस्सों में आने वाले भूकंप के झटकों को पहले ही महसूस कर लिया था | केवल और केवल इस एप्लीकेशन की मदद से |
हम आपको बता देना चाहते हैं कि इस एप्लीकेशन अगर आप अपने मोबाइल में डाउनलोड कर लेते हैं तो इस एप्लीकेशन की मदद से आपको भूकंप आने से पहले उसका अलर्ट अपने मोबाइल पर भेज दिया जाता है | जिससे आप ऐसी प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए पहले से ही तैयारी कर सकते हैं | अतः आप किसी सुरक्षित स्थान पर जाकर अपने आप को सुरक्षित रख सकते हैं |
कैसे काम करता है यह ऐप ?
अगर आपके मन में यह सवाल उठ रहा है कि गूगल का यह प्रोडक्ट ShakeAlert App कैसे काम करता है ? तो हम आपको बता देना चाहते हैं कि यह किसी प्रकार की प्राकृतिक आपदाओं से बचने के लिए कोई भविष्यवाणी नहीं करता है | बल्कि इसके अलावा जो गवर्नमेंट की एजेंसी होती है तथा यह थर्ड पार्टी मौसम संबंधी कंपनी से संस्थान के डाटा को उपलब्ध कराकर उसका विश्लेषण करता है |
इसके अलावा हम आपको बता दें कि जब भूकंपीय तरंगे पृथ्वी के किसी क्षेत्र में उत्पन्न होती है, तब जितनी भी गवर्नमेंट की मौसम विज्ञान संबंधी संस्थान होते हैं वह इस डाटा को रिकॉर्ड कर लेते हैं | तथा इस डाटा को गूगल के द्वारा डिवेलप किया गया यह ShakeAlert App इसकी जानकारी को एकत्रित करके मोबाइल सिस्टम पर उनके लिए अलर्ट मैसेज भेज देता है |