दिल्ली एम्स का सर्वर हुआ हैक – आपको बता दें कि हैकर्स ने दिल्ली एम्स का सर्वर हैक करके 200 करोड़ रुपए क्रिप्टो करेंसी की पेमेंट में डिमांड किए हैं | आपको बता दें कि गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज दिल्ली एम्स का सर्वर हैक किए हुए 1 हफ्ते से भी ज्यादा का समय हो गया है, लेकिन अभी तक गवर्नमेंट की तरफ से किसी भी प्रकार का कोई कदम उठाया नहीं गया |
हैकर्स के पास इंडियन गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज दिल्ली एम्स के समस्त छात्रों तथा टीचर के अलावा कई सारी डाटा पहुंच चुकी है | इसे 1 हफ्ते से भी ज्यादा का समय बीत चुका है | हैकर्स का कहना है कि वह इंडियन गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज दिल्ली एम्स का डाटा तभी कॉलेज वालों को वापस देंगे, जब उन्हें 200 करोड़ रुपए की क्रिप्टो करेंसी में पेमेंट दी जाएगी |
200 करोड़ रुपए की डिमांड
आपको बता दें कि हैकर्स के पास दिल्ली एम्स के लगभग तीन करोड़ से ज्यादा मरीजों का डाटा रखे हुए 1 हफ्ते से भी ज्यादा का समय हो गया है | लेकिन अभी तक एक्सपर्ट दिल्ली एम्स के डाटा को वापस रिकवर नहीं कर पाए हैं | हैकर्स में डाटा वापस करने की फिरौती के तौर पर 200 करोड़ रुपए का पेमेंट क्रिप्टो करेंसी में मांगा है |
वहीं दिल्ली पुलिस का कहना है कि उन्हें स्टेटमेंट में दिल्ली एम्स के अधिकारियों की तरफ से किसी भी प्रकार की फिरौती के बारे में जानकारी नहीं मिली है | जो सर्वर हैकर्स के द्वारा हैक किया गया है उसमें 3 करोड से अधिक मरीजों के साथ-साथ कई सारे स्टूडेंट्स और अधिकारियों का डाटा हैक होने की आशंका है | एक्सपर्ट से अभी तक रिकवर करने में लगे हुए हैं |
एम्स की इंटरनेट सेवा की गई बंद
आपको बता दें कि इंडियन गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज दिल्ली एम्स की इंटरनेट सेवा को फिलहाल अभी बंद कर दिया गया है | साथ ही जितने भी वीआईपी लोग हैं जैसे कि पूर्व प्रधानमंत्री, जज और बड़े ऑफिसर के डाटा को अभी दिल्ली एम्स के कॉलेज के पास स्टोर कर रखा है | ऐसे में आपको बता दें कि हैकर्स के बारे में अभी किसी प्रकार की कोई जानकारी नहीं मिली है कि हैकर्स किस देश के हैं | जैसे ही इनके बारे में जानकारी मिलती है, यहां पर अपडेट कर दिया जाएगा |