
Cow Hug Day in Jabalpur: वैलेंटाइन डे के अवसर पर जबलपुर में अखिलेश्वर आनंद स्वामी के द्वारा काऊ हग डे (Cow Hug Day in Jabalpur) मनाया गया | इसी के साथ उन्होंने सनाता नियम को संदेश देते हुए कहा कि वैलेंटाइन डे प्रेम का प्रतीक नहीं बन गई वासना का प्रतीक है |
मध्यप्रदेश में मना काऊ हग डे
दरअसल मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में गोपालन एवं पशुधन संवर्धन बोर्ड के उपाध्यक्ष स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरि महाराज के द्वारा वैलेंटाइन डे (Valentine’s Day) के अवसर पर इसका विरोध करते हुए काऊ हग डे (Cow Hug Day in Jabalpur) को मनाया है |
विदेशी त्योहार वैलेंटाइन डे को हमारे भारत में किस तरीके से प्रमुखता दी जा रही है | इसी को देखते हुए स्वामी अपने कुछ विचार भी लोगों के साथ शेयर किए हैं | वैलेंटाइन डे एक यूरोपीय देशों का प्रेमी जोड़े के लिए त्यौहार है | जैसे हमारे देश में युवा और युवती वर्ग के लोग बड़े ही धूमधाम से मनाते हैं | यह सब गलत है | इस पर उन्होंने अपने विचार भी लोगों के साथ साझा किए हैं |
वासना का प्रतीक है वैलेंटाइन डे
जबलपुर में गोपालन तथा पशु संवर्धन बोर्ड के उपाध्यक्ष स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरि महाराज के द्वारा बताया गया कि वैलेंटाइन डे एक वासना का प्रतीक है | इस दिन का प्रेमी जोड़े के लिए कोई अस्तित्व नहीं है |
यह दिवस प्रेम प्रसंग के लिए नहीं बल्कि वासना पैदा करने के लिए मनाया जाता है | उन्होंने कहा कि वैलेंटाइन डे वासना प्रतीक है, जबकि गाय करुणा ममता वात्सल्य और प्रेम की मूर्ति है |
इसके अलावा हम आपको बता देना चाहते हैं कि पहले भी भारत में भारतीय पशु कल्याण बोर्ड के द्वारा 14 फरवरी को गो आलिंगन दिवस मनाए जाने की घोषणा की गई थी | लेकिन उनके द्वारा किए गए इस निवेदन को किसी ने भी समर्थन नहीं किया | परंतु जबलपुर में स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरि महाराज के द्वारा इनका समर्थन में काऊ हग डे ( Cow Hug Day in Jabalpur) मनाया |