Chandigarh Kare Aashiqui Review in Hindi 2021
चंडीगढ़ करे आशिकी रिव्यू | जैसा कि आप सब लोग समझ गए होंगे कि आज हम चंडीगढ़ करें आशिकी मूवी ( Chandigarh kare Ashiqui Movie Review ) का रिव्यू करने वाले हैं |अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगती है तो आप इस जानकारी को अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें | अगर आप फिल्में देखने के शौकीन हैं तो जाहिर सी बात है कि आपको यह पोस्ट जरूर पसंद आएगी |
Chandigarh kare Ashiqui Movie Review –
दोस्तों ‘चंडीगढ़ करे आशिकी मूवी ‘ आम फिल्मों से काफी अलग है क्योंकि इसमें व्यक्ति को एक नई सोच मिलती है और यह समाज में ट्रांसजेंडर के प्रतीक अच्छी भावना फैलाने में मदद करेगी | इस फिल्म का एक्टर अपनी एक्ट्रेस से कहता है कि ‘ नॉर्मल क्या होता है ? ‘ ‘ नॉर्मल नजरिया क्या है ? ‘
चंडीगढ़ करे आशिकी फिल्म का हीरो आयुष्मान खुराना है |जो कि चंडीगढ़ में बॉडीबिल्डर और वेटलिफ्टर है | आयुष्मान खुराना मैं अपनी ब्रांड को काफी बढ़ाना चाहते हैं जिससे कि उन्हें Sponser मिलेंगे | आयुष्मान खुराना ऐसा करने की सोच ही रहे थे कि दूसरे कोने में जुआ क्लास लेने के लिए मानवी यानी की वाणी कपूर आ जाती है | और फिर उन दोनों की क्लास चल पड़ती है मतलब है कि यह दोनों एक दूसरे के प्यार में पड़ जाते हैं |
जब बात आगे बढ़ती है तब मानवी आयुष्मान खुराना यानी कि उस फिल्म के हीरो को बताती है कि वह शुरुआत से एक लड़का (ट्रांसजेंडर) है | और उसने अपना ऑपरेशन के जरिए सेक्स चेंज करवा लिया है | अब इस फिल्म के हीरो यानी कि आयुष्मान खुराना के दिल में उथल-पुथल मच जाती है | और भी संकोच भरी जिंदगी जीने लगता है कि वह क्या करें अपने प्यार को आगे बढ़ाएं या उसे छोड़ दे|
इस फिल्म के हीरो-हीरोइन आयुष्मान खुराना और वाणी कपूर ने अपने किरदारों को बड़ी खूबी ढंग से निभाया है | दोस्तों हम आपको बता दें कि आयुष्मान खुराना और इस फिल्म की हीरोइन वाणी कपूर ने इस फिल्म की शूटिंग करके अपनी निजी जिंदगी में काफी रिस्क लिया है | अगर हम इस फिल्म की बात करें तो इस पूरी फिल्म में रोमांस और जिस्म के संबंधों को दिखाया गया है | तो इससे यह बात तो साबित होती है कि यह फिल्म व्यक्ति के लिए परिवार के साथ देखना संभव नहीं है |
अगर हम इस फिल्म में सार की बात करें तो इस फिल्म में में एक नई सोच व्यक्ति को दी गई है | वह सोच यह है कि इस फिल्म में बताया गया है जैसे लड़का-लड़की एक समान होते हैं वैसे ही ट्रांसजेंडर को लड़का या लड़की के समान मान लेना उचित होगा | इस फिल्म का मैसेज एकमात्र यही है कि जैसे किसी व्यक्ति का लड़का या लड़की होना आम बात है वैसे ही उसका ट्रांसजेंडर होना भी आम बात है |
तो हमें लगता है कि आपको इस फिल्म का सार या फिर संदेश समझ में आ चुका होगा कि इस फिल्म के जरिए वाणी कपूर और आयुष्मान खुराना क्या संदेश लोगों को देना चाहते हैं | उम्मीद है कि आप सब लोग भी इसे उत्सुकता पूर्ण होकर इस फिल्म को देखेंगे | वैसे तो हमारी समाज में लड़का या लड़की में भी आज भी भेदभाव कहीं कहीं जगह पर देखा जाता है |
हीरो हीरोइन ने इस फिल्म में में खुद की कहानी के जरिए लोगों को जागरूक करने की कोशिश की है | मानवी को जब हीरो की बहने देख लेती है तो उसकी खूबसूरती पर फिदा हो जाती है परंतु जैसे ही उन सबको पता चलता है कि वह ट्रांसजेंडर है तो परिवार का ही नहीं बल्कि सभी का नजरिया मानवी के लिए बदल जाता है | इसी तरह मानवी की मां और अन्य रिश्तेदार सामने आते हैं पर कोई उसे नए रूप में स्वीकार करता है अथवा कोई नहीं करता है | आयुष्मान खुराना ने सेक्स चेंज प्रक्रिया को एनिमेशन के जरिए पर्दे पर दिखाया है|और लोगों को समझाने की कोशिश की है |
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