Rahul Success Story: आज हम आपको एक ऐसे शख्स के कहानी के बारे में बताने वाले हैं जिसमें उन्होंने अपने माता-पिता की सेवा के लिए भारतीय सेवा की नौकरी छोड़कर गांव में रहकर जैविक खेती करके आज लाखों रुपए कमा रहे हैं. आज तक के साथ एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि उनके माता-पिता को कैंसर है जिसकी वजह से उन्हें भारतीय सेना की नौकरी को छोड़कर उन्हें अपनी माता-पिता की सेवा करना उचित समझा.
अपने गांव में रहकर जैविक खेती का प्लेटफार्म बनाया और उसे खेती के जरिए आज वह लाखों रुपए कमा लेते हैं इतना ही नहीं अपने गांव के दूसरे लोगों को जैविक खेती के बारे में एक तरफ तो प्रेरित कर रहे हैं दूसरी तरफ उनका ट्रेनिंग भी दे रहे हैं तो आईए जानते हैं राहुल की सफलता की कहानी जिन्होंने उत्तर प्रदेश के बिजनौर में एक अलग ही मिसाल पेश कर दी है.
Rahul Success Story
दरअसल राहुल उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के रहने वाले हैं. जो कि भारतीय सेना में नौकरी कर रहे थे। लेकिन जब उन्होंने सेना में नौकरी करने के दौरान पता चला कि उनके माता-पिता जी को कैंसर हेतु उसके बाद उन्होंने इस हाई प्रोफाइल और देश की सेवा वाली नौकरी को छोड़कर घर पर आकर माता-पिता की सेवा करने के साथ ही जैविक खेती करने को उचित समझा था.
इसके पश्चात उन्होंने अपने गांव आया और जैविक खेती के बारे में रिसर्च किया इसके साथ ही उन्होंने अपने गांव के करीब दिए कर जमीन में जैविक खेती करके हर महीने ₹50000 से अधिक की कमाई कर लेते हैं. इतना ही नहीं अपने गांव के दूसरे लोगों को भी जैविक खेती के बारे में सीख रहे हैं. इसी के साथ-साथ राहुल अपने कैंसर से पीड़ित मां-बाप की सेवा भी कर रहे हैं।
ऐसे शुरू की जैविक खेती
दरअसल अपने मां-बाप की कैंसर की बीमारी के बारे में पता चलने के बाद राहुल ने भारतीय सेना की नौकरी को छोड़कर गांव वालों के पश्चात करीब अपने तीन एकड़ जमीन में 3500 केले के पौधे लगाए और उसी के साथ-साथ 5 एकड़ जमीन में गन्ना की खेती भी कर रहे हैं. केले के पौधे से करीब एक सीजन में वह 24 किलो केला उत्पादन कर लेते हैं जबकि मार्केट में इनको बेचकर करीब ₹50000 के आसपास प्रति महीने कमा लेते हैं. कुछ इतना ही अमाउंट गाना को बेचने के बाद जैविक खेती के जरिए भी बनाया जा सकता है। वैसे भी खेती करने के लिए ड्रिप सिंचाई तकनीक का उपयोग करते हैं। इसी के साथ अपना खुद का यह यूट्यूब चैनल चल रहे हैं जहां पर वह लोगों को जैविक खेती के बारे में और अपने प्रोडक्ट के बारे में जानकारी साझा करते हैं।
किसानों को कर रहे हैं प्रेरित
राहुल इंटरव्यू के दौरान बताया कि वह खुद तो जैविक खेती की तकनीक से गन्ना और केले की फसल कर ही रहे हैं। इसी के साथ में अपने गांव में दूसरे किसानों को भी जैविक खेती के बारे में जागरूक कर रहे हैं और उनके सरकार रहे हैं कि आखिर जैविक खेती कैसे की जाए? हालांकि वर्तमान में वह अपनी फसल का उचित दाम नहीं ले पा रहे हैं क्योंकि उनके पास ज्यादा क्वांटिटी में गन्ना और केले की फसल का उत्पादन नहीं हो रहा है।