विश्व एड्स दिवस – हर साल पूरे विश्व में 1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस 2022 सेलिब्रेट किया जाता है क्योंकि हम सभी लोग जानते हैं कि एड्स की महामारी किसी भी व्यक्ति के लिए कितनी खतरनाक साबित हो सकती है | इस बीमारी के प्रति बचाव के लिए हर साल 1 दिसंबर को पूरे विश्व में विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है |
इसके अलावा आपको बता दें कि साल 1987 में सबसे पहले विश्व एड्स दिवस विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी कि डब्ल्यूएचओ के द्वारा मनाया गया था | जिसके बाद से हर साल पूरे भारत में ही नहीं बल्कि विश्व में 1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस लोगों में एड्स की बीमारी के प्रति बचाव के लिए जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से मनाया जा रहा है |
AIDS का पूरा नाम
एड्स (AIDS) का पूरा नाम एक्वायर्ड इम्यूनोडिफिशिएंसी सिंड्रोम ( acquired deficiency syndrome) है | यह बीमारी एचआईवी वायरस के द्वारा फैलती है | एचआईवी का पूरा नाम ह्यूमन इम्यूनोडिफिशिएंसी वायरस होता है | जब कोई डॉक्टर इंजेक्शन की सिरेंज को एक मरीज में उपयोग करने के बाद दूसरे किसी अन्य मरीज में उसी सिरेंज का उपयोग करता है , तब ऐसी स्थिति में यह बीमारी फैलती है |
World AIDS Day 2022 Theme
हर साल विश्व एड्स दिवस के अवसर पर थीम रखी जाती है | इस साल 2022 के अवसर पर World AIDS Day 2022 की Theme – “असमानताओं को समाप्त करें , एड्स का अंत करें | ” यह रखी गई है |
एड्स कैसे फैलता है?
एड्स बीमारी कई तरीकों से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्तियों में पहन सकती है | क्योंकि यह एक संक्रमण बीमारी है | जब कोई डॉक्टर उपयोग किए हुए सिरिंज का उपयोग किसी अन्य मरीज के साथ करता है तो ऐसी स्थिति में भी यह बीमारी फैल सकती है |
इसके अलावा यदि कोई व्यक्ति मरीज व्यक्ति के साथ शारीरिक संबंध बनाता है, तब भी यह बीमारी उसे फैल सकती है | अतः एक तरीके से कहे तो किसी एड्स बीमारी से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से हमें बचना है | तब हम इससे बचाव कर सकते हैं |